कम मित्रत्व अधिक होता है। करुणा इसका आंतरिक हिस्सा होती है। वह तुम्हें प्रेम करता है
क्योंकि और कुछ वह कर नहीं सकता। वह अपने अनुभव तुम्हारे साथ बांटता है क्योंकि
वह देख पाता है कि तुम उसे खोज रहे हो, तुम उसके लिये प्यासे हो।
वह अपने शुद्ध जल के झरने तुम्हारे लिये उपलब्ध करवाता है।
वह आनंदित होता है और अनुग्रहीत होता है यदि तुम
उसके प्रेम के, मित्रता के, सत्य के उपहार
स्वीकार करते हो।"
achha likha hai
वह आनंदित होता है और अनुग्रहीत होता है यदि तुम
उसके प्रेम के, मित्रता के, सत्य के उपहार
स्वीकार करते हो।"
बहुत ही सुन्दर भाव, बेहतरीन प्रस्तुति ।
बहुत ही सुन्दर
pranam
हैडर बहुत प्यारा लग रहा है जी
प्रणाम स्वीकार करें
बहुत सुंदर….
प्रेरणादायी पोस्ट
वह अपने अनुभव तुम्हारे साथ बांटता है क्योंकि
वह देख पाता है कि तुम उसे खोज रहे हो, तुम उसके लिये प्यासे हो।
प्रेरणादायी पोस्ट
बढ़िया और उत्तम बात कही है ......
यहाँ पर भी देखे
http://kashmirandindia.blogspot.com/2010/10/blog-post_20.html
नया रूप अच्छा है आपके ब्लॉग का ...
बढ़िया लिखा है ..
bahut hi sunder.
... sundar post !!!
ati sunder
mitreta ke koi mayne nahi