" मेरा पूरा प्रयास एक नयी शुरुआत करने का है। इस से विश्व- भर में मेरी आलोचना निश्चित है. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता "

"ओशो ने अपने देश व पूरे विश्व को वह अंतर्दॄष्टि दी है जिस पर सबको गर्व होना चाहिए।"....... भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री, श्री चंद्रशेखर

"ओशो जैसे जागृत पुरुष समय से पहले आ जाते हैं। यह शुभ है कि युवा वर्ग में उनका साहित्य अधिक लोकप्रिय हो रहा है।" ...... के.आर. नारायणन, भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति,

"ओशो एक जागृत पुरुष हैं जो विकासशील चेतना के मुश्किल दौर में उबरने के लिये मानवता कि हर संभव सहायता कर रहे हैं।"...... दलाई लामा

"वे इस सदी के अत्यंत अनूठे और प्रबुद्ध आध्यात्मिकतावादी पुरुष हैं। उनकी व्याख्याएं बौद्ध-धर्म के सत्य का सार-सूत्र हैं।" ....... काज़ूयोशी कीनो, जापान में बौद्ध धर्म के आचार्य

"आज से कुछ ही वर्षों के भीतर ओशो का संदेश विश्वभर में सुनाई देगा। वे भारत में जन्में सर्वाधिक मौलिक विचारक हैं" ..... खुशवंत सिंह, लेखक और इतिहासकार

प्रकाशक : ओशो रजनीश | बुधवार, अक्टूबर 27, 2010 | 34 टिप्पणियाँ

"मैं पंडितों के किसी वर्ग से संबंधित नहीं हूं। मेरा संपूर्ण जीवन एक ही मौलिक सत्य पर आधारित है,

जिसे अनसीखा करना कहा जा सकता है। जो भी समाज ने मुझे स्कूल,कॉलेज या यूनीवर्सिटी

के माध्यम से जबरदस्ती सिखाया है, उसे अनसीखा करना ही मेरा कार्य है, कैसे इस

कूड़े-कर्कट, इस कबाड़, इस हर तरह की गंदगी से स्वयं को साफ कर सकूं।

मैं कोई पंडित नहीं हूं। शायद मैं विश्वभर में सर्वाधिक अनपढ

व्यक्ति हूं। आज की मानव जाती से समादर करवाना

मैं कतई पसंद नहीं करूंगा। इसके पास न

तो वह विवेक है न वह हृदय

न वह आत्मा ।"


ओशो

34 पाठको ने कहा ...

  1. क्या कहे ओशो के बारे में ओशो लिखते ही इतना कमाल का है ....

  2. बहुत अच्छी प्रस्तुति ..

  3. sudhir kumar says:

    बढ़िया विचार है ...

  4. हमेशा की तरह प्रभावशाली आभार आपका इन प्रवचनों से हमें ज्ञान देने के लिए ..

  5. अद्भुत ... बहुत अच्छा कार्य कर रहे है आप

  6. Akhilesh says:

    ये बात सबसे जायदा भाती है
    की ओशो अपने आप को नही पुजवाते
    वो सही राह दिखाते है उस परमात्मा
    की तरह चलने और कर्म प्रधान बनाने
    को प्रेरित करते है

  7. sanu shukla says:

    सुन्दर बात कही है ....

  8. बहुत ही अच्छा विचार

  9. Vikas Singh says:

    बहुत ही कमाल के होते है ओशो के शब्द .....

  10. बेनामी says:

    jabardast likha hai ... satya vachan

    aman jeet singh,,

  11. क्या खूब लिखा है आपने ...

  12. मेरे ब्लॉग पर भी आये
    http://bigboss-s4.blogspot.com/

  13. # बिग बॉस के घर जाएंगे सल्लू
    # बिग बॉस में सलमान ने रुकवाई ऐश्‍वर्या की एंट्री, ख...
    # खली पर मेहरबान बिग बॉस
    # बिग बॉस में दोबारा एंट्री करना चाहती हूं:बेगम नवाज...
    # जानिए स्वेता को
    # बिग बॉस-4, गिरती रेटिंग को डॉली का सहारा
    # ‘बिग बॉस’ यानी ‘मनोरंजन से मौत’
    # घर में रसोई को लेकर श्वेता और डॉली के बीच जंग

  14. # बिग बॉस के घर जाएंगे सल्लू
    # बिग बॉस में सलमान ने रुकवाई ऐश्‍वर्या की एंट्री, ख...
    # खली पर मेहरबान बिग बॉस
    # बिग बॉस में दोबारा एंट्री करना चाहती हूं:बेगम नवाज...
    # जानिए स्वेता को
    # बिग बॉस-4, गिरती रेटिंग को डॉली का सहारा
    # ‘बिग बॉस’ यानी ‘मनोरंजन से मौत’
    # घर में रसोई को लेकर श्वेता और डॉली के बीच जंग

  15. ANUPAM says:

    अच्छा ब्लॉग है ..

  16. ज्ञानवर्धक जानकारी से लबालब भरा है आपका ब्लॉग ..

  17. Basant Sager says:

    अति सुंदर शब्द ...

  18. Basant Sager says:

    छोटे छोटे लेखो के माध्यम से जो ज्ञान आप बाँट रहे है .... आभार उसके लिए

  19. Usman says:

    क्या बात है .... गजब लिखते है ओशो

  20. Usman says:

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति है। आप इसी तरह अपना ज्ञान लोगों में बांटते चलिए

  21. बेनामी says:

    "मैं पंडितों के किसी वर्ग से संबंधित नहीं हूं। मेरा संपूर्ण जीवन एक ही मौलिक सत्य पर आधारित है,

    जिसे अनसीखा करना कहा जा सकता है। जो भी समाज ने मुझे स्कूल,कॉलेज या यूनीवर्सिटी

    के माध्यम से जबरदस्ती सिखाया है, उसे अनसीखा करना ही मेरा कार्य है, कैसे इस

    कूड़े-कर्कट, इस कबाड़, इस हर तरह की गंदगी से स्वयं को साफ कर सकूं।

    मैं कोई पंडित नहीं हूं। शायद मैं विश्वभर में सर्वाधिक अनपढ

    व्यक्ति हूं। आज की मानव जाती से समादर करवाना

    मैं कतई पसंद नहीं करूंगा। इसके पास न

    तो वह विवेक है न वह हृदय

    न वह आत्मा ।"


    ओशो

  22. बेनामी says:

    achha likha hai

  23. M.R.Ghori says:

    आप का काम निश्चित ही सराहनीय है,

    ओशो मेरे लिए भी सम्माननिय है,

    वास्तव में देखा जाये तो पर ओशो के नाम से ही उनके प्रवचनों (discourses ) कों फिर से लिखना कापीराईट एक्ट का उलंघन हो सकता है. आप हो सकते है की ओशो से दीक्षित स्वामी या माँ हो. और दुसरो कों जाग्रत करना आपने जीवन का कर्त्तव्य हो. इसलिए मेरा आपसे एक मात्र ही निवेदन है. आप अपने प्रोफाइल में से ओशो का नाम हटा कर अपना वास्तविक नाम डाले .

    अपनी प्रतिक्रिया से मुझे अवगत जरुर करे.

    धन्यवाद

  24. सच में बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ हैं ये..

    वाह..ओशो का ये कथन पहली बार पढ़ा..

    आभार आपका..

  25. आभार आप सभी पाठको का ... ब्लॉग पर आते रहे ...मुस्कुराते रहे ...

    पढ़िए नया जोक्स :

    म्यूनिसिपैलिटी में काम करता हूं... रास्ता साफ़ !!.

  26. manu says:

    aman jeet singh benaami se sahmat hain ham bhi...

    :)

  27. Osho says:

    # त्याग का अर्थ है: पकड़ छोड़ दो
    # आदमी बहुत सी बातें जानकर भुलाए हुए है
    # सारी क्रांतियां हुई, शिक्षा में क्रांति नहीं हुई
    # किसी और जैसे बनने की कोशिश किस लिए?
    # जिसे आप ध्यान कह रहे हैं, उसमें और आटो-हिप्नोसिस म...
    # सब कुछ है

  28. बेनामी says:

    सुन्दर वचनामृ्त !!!

  29. सच में बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ हैं ये..

Leave a Reply

कृपया अपनी प्रतिक्रिया देते समय संयमित भाषा का इस्तेमाल करे। असभ्य भाषा व व्यक्तिगत आक्षेप करने वाली टिप्पणियाँ हटा दी जायेंगी। यदि आप इस लेख से सहमत है तो टिपण्णी देकर उत्साहवर्धन करे और यदि असहमत है तो अपनी असहमति का कारण अवश्य दे .... आभार

ओशो के वीडियो और औडियो प्रवचन सुनने के लिए यहाँ क्लिक करे