क्यों समझा गया - क्योंकि मैं रहस्यवाद और अतर्क की शुरुआत हूं।
मैं अतीत से जुड़ा हुआ नहीं हूं, अतीत मुझे समझ न पायेगा!
केवल भविष्य मुझे जान पायेगा।"
ओशो
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अध्यात्म उपनिषद - प्रवचन
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sachcha jeevan darshan !
बहुत ही बढ़िया प्रवचन दिया है आपने ओशो का
शुक्रिया ।