
मेष (मार्च 21 – अप्रैल 20) जीवन में दुख आते हैं। यदि सीखने की क्षमता हो तो दुख बहुत कुछ सिखा देते हैं। यह कि क्या गलतियां कीं और यह भी कि कैसे गलतियों से बचा जाए। यदि इस समय आप इस बात को गहरे दिल में बैठा कर वर्तमान में हो रहे घटना क्रम को देखेंगे तो निश्चित मानिये कि आने वाले दिन बहुत ही शुभ और सुखों से भरे होंगे। ऐसा नहीं होने पर जीवन पुनरावृत्ति करता रहेगा और ऐसे में कोई ज्योतिषी या कुछ और सुख या शांति नहीं ला सकता। यह बात ग्रहों या जन्मकुंडलियों की उतनी नहीं है जितनी कि समझ और जाग कर जीने की। समय है जब ओशो की देशना को व्यावहारिक रूप से जीवन में उतारें और ऐसा होता है तो सुख और प्रसन्नता ज्यादा दूर नहीं हैंवृषभ (अप्रैल 21 –मई 21) भले होना और भोला होना शुभ है। और अपनी गुणवत्ताओं...